रत्न जटित शिर मुकुट विराजित
कच कुंचित शुभ भज
रजए करवर कमल मनोहर
तेज्पुनज गृह - ईश
विश्व चलू जग आनन्द दायक
कर प्रकाश दस दीश ll
शोभित अरूण सारथी जहि रथ
एकाह चक्र चक्रर टिचित्र l
सेवक अखिल मनोरथ पुरक
जयती प्रभाकर मित्र l
विश्वनाथ सेवक टुड्ड कर जोड़ी विनती वारंवार
भए प्रसन्न मेटीअ भव सक्कट तारिअ परिवार प्राचीन लटसँ
विश्वनाथ झा बलाजी